Friday 2 May 2014

तुलसी के फायदे (Benefits of Basil holy).

दोस्तों सबसे पहले में आपको बता दू की में आज से आपको हर एक फल कबारे में जानकारी दूंगा ताकि आप उससे घरेलु तरीके से इस्तेमाल करके आपने आप को निरोगी कर सके और फिर चाहवो कोई बी बीमारी क्यों न हो चाहे वो सेक्सुअल सम्बन्धी हो या निज्जी जीवन जीने के लिए हो। तो चलिए शुरुआत करते है सबसे पहले हम बात करेंगे तुलसी की। इसकी पहचान के लिए मेने पिक्चर बी डाली हुए है।
तुलसी दो प्रकार की होती है A.हरी तुलसी B.काली तुलसी. लेकिन सबसे ज्यादा काम में लायी जाने वाली काली तुलसी होती है।
1. साँप के काटने की दवाई :- अगर किसी को साँप ने काट लिया हो तो उसके तुरंत बाद आपको एक मुठी तुलसी के पत्ते खा लेने चाहिए और जिस जगह डंक लिय्स है उस जगह तुलसी के पत्तो को मखन में रगड़ के लेप करना चाहिए। शुरू - शुरू में तो इन पत्तो का रंग हरा रहेगा पर थोड़ी देर बाद जेसे - जेसे यह जेहर को बहार निकलेगा इन पत्तो का रंग काला होने लगेगा और जब सारा लेप कला हो जाये तो दुबारा लेप करें। यह लेप उतने समाह तक करते रहे जब तक लेप काला होता रहेगा और जब ये लेप काला होना बंद हो जाये तो समज लीजिये की जेहर उतर गया है।
2. चमड़ी के रोगों का इलाज :- a - तुलसी के हरे पत्तो का रस निकाल के और निम्बू का रस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाके दाद, खुजली और ओर बी इसे कई चमड़ी के रोगों के लिए इस्तेमाल कीजिये आपको आराम मिलेगा।
B - इस रस की अगर चेहरे पर मालिश की जिए तो काले धबे और निसान हट जाते है।
C - जख्मो को किटाणु से बचाने के लिए तुलसी के पत्ते सुका कर, कूट कर, बारीक चुरन बना कर ऊपर ऐसे ही लगाने से कीटाणु ख़तम हो जाते है।
D - इन पत्तो का काडा बना कर जख्मो पर लगाने से लाभ मिलता है।
3. बुखार का इलाज :- A - तुलसी के पत्तो जा रस निकाल ले और इस में दसवा हिस्सा काली मिर्च मिला के रोगी को दो, सर्दी की वजह से हुआ तेज बुखार बी उतर जायेगा।
B. 20 तुलसी के पत्तो के रस में 15 ग्राम काली मिर्च मिला के खरल करे और गोलियां तैयार कर के रख ले, बुखार में इन गोलियों का उपयोग लाभकारी रहेगा।
4 - जुकाम और खांसी :- A - तुलसी के खुसक पत्तो का काहरा जुकाम, खांसी और दस्तो के लिए फैयेदेमंद होता है।
B - अगर तुलसी के पत्तो के रस में शहेद (honey) और अद्रक, पियाज़ का रस मिला कर जरुरत अनुसार इक - दो चमच  पिया जाये तो जुकाम और खांसी में सोने पे सुहागा होगा।
5. मरदाना कमजोरी के लिए :- आये दिन लोक थोड़ी सी मरदाना कमजोरी की वजह से  डॉक्टर ले पास जाते हैं लेकिन वो अगर इस छोटे से उपचार को अपना ले तो उनके डॉक्टर के पास जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
A - तुलसी के बीजो को पीस लो और बराबर मात्रा में गूढ़ दाल के गोलियां बना लो, सुबह और शाम को इक गोली गौ के दूध के साथ खाओ इस से आपका वीरय गाडा हो जाता है और आप में खूब मर्दमि ताकत आ जाती है।
B - तुलसी के बीज दो जा तीन ग्राम खा के ऊपर से 250 ग्राम दूध पीने से बी फैयदा मिलता है।
6. तुलसी के साथ वैदिक चाह बनाओ :- a - 150 ग्राम सुरख चंदन, सोंफ 150 ग्राम, गोरख पान बूटी 150 ग्राम बी दाल दो और इस में 150 ग्राम तुलसी का रस मिला दे, दालचीनी, तेज प्तर, बड़ी इलाची, स्गंद बाला, मुलठी यह सारी चीज़े 75-75 ग्राम डालनी है इन सब को कूट के बारीक पीस लो और पांच ग्राम लोंबी कूट के दाल दे, अब आप खुद ही अंदाज़ा लगा सकते हैं की यह कितनी सवादी और फैयेदेमंद चाह बनी है। इस चाह से नजला, जुकाम, खांसी, सिर-दर्द और कब्ज दूर होती है।
तो दोस्तों और बी तुलसी क्इ फयिदे है लेकिन जितने मेरे मेरे पास ें थे वो मेने सब बता दिए। आशा करता हु की आपकी कोई बी बीमारी जल्दी से जल्दी ठीक हो। पोस्ट को पड़ने के लिए धन्यवाद्। 
कृपया अगर आप की कोई बी समस्या है चाहे वो निज्जी हो या फिर बाहरी हमें कमेंट के जरिये  ेया ईमेल के जरिये हमे जरुर बताये और हमे आपकी मदद करने में बहुत ख़ुशी होगी।  इसी आशा के साथ फिर कुछ नया लेकर आयुगा आपके लिए तब तक के लिए नमस्कार।
WARNING - तुलसी की तासीर गर्म होती है इस लिए तुलसी को अजमाने से पहले किसी अछे आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले।
जगदीप सिंह